रायपुर. राजस्थान (Rajasthan Political Crisis) में सचिन पायलट (Sachin Pilot) के विद्रोह से उनके सियासी संकट के बीच दिग्गज कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) रायपुर पहुंचे। विवेकानंद हवाई अड्डे पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए राजस्थान के सवालों से बचते नजर आए।
हालांकि, जब उनसे बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agrawal) के बयान बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भाजपा और बृजमोहन के पास इतना पैसा आ गया कि वे नीलामी करने बैठे हैं क्या? इसके बाद उन्होंने कहा, मैं न तो राजस्थान का प्रभारी हूं और न ही मैं जयपुर गया हूं। यहां आने का कारण पूछने पर उन्होंने कहा, मैं इसी प्रांत में बड़ा हुआ और राजनीति भी की तो क्या यहां नहीं आ सकता।
हवाई अड्डे पर प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, प्रभारी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला आदि ने उनका स्वागत किया। उनके दौरे को निजी बताया जा रहा है। लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत सहित वरिष्ठ नेताओं से अलग-अलग मुलाकात की। संभावना जताई जा रही है कि दिग्विजय सिंह यहां के हालात की रिपोर्ट देने आए हैं।
हवाई अड्डे से उनका काफिला सीधे मुख्यमंत्री निवास पहुंचा। मुख्यमंत्री के साथ उनकी लंबी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री निवास में भोजन के बाद वे राज्य अतिथि गृह पहुना पहुंचे। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत यहां उनसे मिलने पहुंचे। स्वागत की औपचारिकता के बाद दोनों नेता पहुना के लॉन में टहलते हुए करीब 20 मिनट तक चर्चा करते रहे।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के पूर्व कद्दावर मंत्री और भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल के एक बयान ने प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है। पूर्व मंत्री अग्रवाल का दावा है कि मध्यप्रदेश और राजस्थान में जो कुछ भी हुआ, वह छत्तीसगढ़ में भी होना तय है। यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि छत्तीसगढ़ की परिस्थिति मध्यप्रदेश और राजस्थान की तुलना में सबसे ज्यादा मजबूत है।