रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी (Former CM Ajit Jogi) की हालत में एक सप्ताह बाद भी कोई सुधार नहीं दिख रहा है। उनके मस्तिष्क में कोई हलचल नहीं है। डॉक्टरों ने बताया, स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
शनिवार को जारी मेडिकल बुलेटिन में डॉक्टर सुनील खेमका ने बताया कि शुक्रवार को श्री नारायण अस्पताल के न्यूरोलॉजिस्ट के डॉक्टर छत्रपाल सिंह साहू और डॉक्टर विवेक त्रिपाठी के अलावा डॉक्टर संजय शर्मा और डॉक्टर नचिकेत दीक्षित ने अजीत जोगी के मस्तिष्क का परीक्षण किया। इसके बाद डॉक्टरों ने सिंगापुर के नेशनल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ विजय कुमार शर्मा से टेली कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अजीत जोगी के स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से चर्चा की।
इस टेली कॉन्फ्रेंसिंग में अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी और उनके बेटे अमित जोगी भी शामिल थे। चर्चा के बाद सभी डॉक्टरों की एक राय है कि अजीत जोगी को जो सपोर्टिव ट्रीटमेंट दिया जा रहा है उसे जारी रखा जाए और उनके मस्तिष्क समेत अन्य अंगों पर लगातार नजर रखी जाए। इस दौरान यदि उनके ब्रेन स्टेम में कुछ गतिविधि देखने को मिलती है तब उस स्थिति के अनुसार आगे के ट्रीटमेंट प्रोटोकोल पर निर्णय लिया जाएगा।
इससे पहले शुक्रवार को जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि पूर्व मुख्यमंत्री की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है। स्थितियां पहले जैसी ही है। मस्तिष्क की गतिविधियां बेहद कम हैं। ह्रदय, ब्लड प्रेशर और यूरीन आउटपुट नियंत्रित है। उन्हें अभी भी वेंटिलेटर से सांस दी जा रही है। डॉक्टरों की टीम उनके साथ पर नजर रख रही है। फिलहाल स्थिति चिंताजनक है।
अजीत जोगी को सांस नली में गंगा इमली का बीज फंस जाने से कार्डियक अरेस्ट हुआ था। बेहोशी की हालत में उन्हें 9 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फ़िलहाल अजीत जोगी कोमा में हैं।