बस्तर के नक्सल प्रभावित जिलों में विशेष पुलिस बल का गठन किया जाएगा। इसमें स्थानीय युवाओं की भर्ती होगी। साथ ही, उम्र-ऊंचाई आदि में छूट भी दी जाएगी। सीएम भूपेश बघेल ने सोमवार को पुलिस विभाग के कामकाज की समीक्षा के बाद डीजीपी डीएम अवस्थी को जल्द ही प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं, जिससे विशेष पुलिस बल के लिए भर्ती शुरू की जा सके। इसके अलावा रमन सरकार द्वारा शुरू की गई करीब तीन हजार आरक्षकों की भर्ती के अंतर्गत जल्द ही शारीरिक दक्षता परीक्षा का टाइम टेबल जारी करने के निर्देश दिए हैं। सीएम भूपेश ने सोमवार को सीएम हाउस में पुलिस विभाग की बैठक ली। इसमें सीएम ने बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित जिलों में स्थानीय युवाओं को विशेष पुलिस बल बनाकर भर्ती करने कहा। विशेष बल की भर्ती में चयन पूर्णत: स्थानीय यानी पंचायत स्तर पर किया जाएगा।
इससे नक्सल प्रभावित जिलों के स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे। बस्तर के नक्सल प्रभावित जिलों के युवाओं को पुलिस में भर्ती हेतु आयु सीमा, शारीरिक मापदंड आदि में विशेष छूट देने का प्रावधान किया जाएगा। इस दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, सीएस आरपी मंडल, डीजीपी अवस्थी, गृह विभाग के एसीएस सुब्रत साहू के साथ स्पेशल डीजी संजय पिल्लै, आरके विज, अशोक जुनेजा, गृह सचिव एडी गौतम सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पुलिस के प्रमोशन-छुट्टी पर विशेष ध्यान
सीएम ने कहा कि पुलिस में अधीनस्थ कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए पदोन्नति, अवकाश इत्यादि पर विशेष ध्यान दिया जाए। वरिष्ठ अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि अपने भ्रमण के दौरान कर्मचारियों से बात कर उनकी समस्याओं का निराकरण करें। अधिकारी आदिवासियों पर दर्ज प्रकरणों की वापसी की नियमित समीक्षा करें। चिटफंड कंपनियों के संचालकों पर सख्त कार्रवाई कर निवेशकों की राशि लौटाए जाने के लिए लगातार समीक्षा करें। सीएम ने अवैध शराब और सट्टा के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पिछले 18 माह में पुलिस की छवि में काफी सुधार हुआ है, इसे और बेहतर बनाए जाने की आवश्यकता है।